
Afghanistan ??, देश विदेश, ग्वालियर डायरीज: युद्धग्रस्त देश Afghanistan ?? से संबंध रखने वाले लोगों ने अपने देश के लोगों के साथ विश्वासघात करने के लिए राष्ट्रपति Joe Biden को दोषी ठहराया और Pakistan पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर सैकड़ों लोगों ने रविवार दोपहर White House के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
यह विरोध प्रदर्शन काबुल में राष्ट्रपति भवन को तालिबान को “सौंपा” दिए जाने के बाद किया गया था, जिसे कुछ ही घंटे पहले सरकारी अधिकारियों द्वारा खाली कर दिया गया था, जिसमें राष्ट्रपति अशरफ गनी भी शामिल थे, जो देश छोड़कर भाग गए थे।

व्हाइट हाउस के शीर्ष सलाहकारों के बीच चर्चा चल रही है कि राष्ट्रपति बिडेन को अफगानिस्तान में गहरे संकट को कैसे संबोधित करना चाहिए, अधिकारियों ने रविवार को कहा, इस बारे में अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है कि क्या राष्ट्रपति Camp David में अपनी नियोजित अगस्त की छुट्टी से वाशिंगटन लौटेंगे।
राष्ट्रपति Joe Biden ने रविवार को अफगानिस्तान में तैनाती के लिए अतिरिक्त 1,000 अमेरिकी सैनिकों को नियुक्त किया है, जिससे कुल मिलाकर safe evacuation सुनिश्चित करने के लिए लगभग 6,000 सैनिकों को बढ़ाया है।
फरजाना हाफिज ने एएनआई को बताया, “अफगानिस्तान की महिलाओं को कोई आजादी नहीं होगी। हम बुर्का में वापस नहीं जाना चाहते जो आजादी नहीं है।”
हाफिज उत्तरी वर्जीनिया में रहती है लेकिन वह मुख्य रूप से अफगानिस्तान से है। उन्होंने कहा कि यह देखना मुश्किल है कि मेरे देश में 7,000 मील दूर से क्या हो रहा है।
हाफिज ने कहा, “मेरा परिवार वहां है और मैं हर मिनट मरी जा रही हूं।” “पिछली रात से मैं अभी तक सोई नहीं हूं। मैं सो नहीं पा रही, नींद तो मानो उड़ ही गई हो। यह मेरे देश के लोगों के लिए एक बहुत बड़ी त्रासदी है। मुझे नींद नहीं आ रही है।”

हफीजा का यह भी कहना है कि उसका 21 वर्षीय भतीजा अफगानिस्तान से भागने की कगार पर था जब आखिरी बार उससे बात हुई थी। “उसे अपना वीजा मिलना था और फिर उसे हमारे पास आना था, लेकिन अब हम नहीं जानते कि वह कहां पर है और किस हालत में है और उसके भविष्य में क्या है।”
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सोमवार सुबह अफगानिस्तान के संबंध में बैठक होगी, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से परिषद को जानकारी देने की उम्मीद है, जिसके बाद निजी परामर्श का पालन किया जाएगा।
अफगानिस्तान के एक पूर्व पत्रकार हमदर्द ज़फ़री, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र के लिए भी काम किया था, ने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिका की 20 साल की पराजय के लिए बहुत सारे दोष हैं ।
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ज़फ़री ने कहा, “मेरे परिवार के लोग अब भी अफगानिस्तान में है, लेकिन मुझे अफगानिस्तान में रहने वाले 35 मिलियन लोगों के लिए खेद हैं, न जाने अब वो किस हालत में होंगे अब यह सिर्फ हमारे बारे में नहीं है बल्कि यह अफगानिस्तान के लोगो को शांति से जीवन यापन के बारे में है क्योंकि तालिबान जवाबी कार्रवाई जरूर करेगा और साथ ही अफगानिस्तान में मानवता को नष्ट कर देगा।”
ऐसे में अपने देश से दूर रहने वाले प्रवासियों के लिए स्थिति बेहद व्यक्तिगत और कठिन है।
विरोध प्रदर्शन में एकत्र हुए कई लोगों ने कहा कि वे पश्चिमी ताकतों की सफलता पर भरोसा करते हैं और इस उम्मीद के साथ जी रहे हैं कि एक दिन संयुक्त राज्य अमेरिका पाकिस्तान के खिलाफ उसके कथित दोहरेपन और छद्म युद्ध के लिए कार्रवाई करेगा। प्रवासी एकजुट हुए और अफगानिस्तान में कथित पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की निंदा की।
हाफिज ने अंत में यह कहा की, “पाकिस्तान तालिबान को प्रायोजित करता है और दुनिया को इसके लिए जागने की जरूरत है।”
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