ग्वालियर न्यूज, ग्वालियर डायरीज: लक्ष्मीगंज निवासी रमेश बाबू कुशवाह जो पेशे से एक एडवोकेट है, उनकी पत्नी का रोड एक्सीडेंट हो गया था, जिसके बाद हॉस्पिटल ले जाने के लिए एंबुलेंस को कॉल किया गया, लेकिन किसी कारणवश एंबुलेंस नही पहुंची, और उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया। अपनी पत्नी का मौत का धक्का रमेश बाबू को यूं लगा की उन्होंने ठान ली की उनकी पत्नी की तरह वे और किसी का एबुलेंस के अभाव में मौत होने नही देंगे और उन्होंने फ्री एंबुलेंस सेवा की शुरुवात करी। उन्हें जब भी किसी सड़क एक्सीडेंट की खबर मिलती वे अपनी एंबुलेंस लेकर फ्री में सेवा देने पहुंच जाते। हम बता दे की शहरभर में 108 एंबुलेंस के सेवा शुरू होने के पहले से इनकी फ्री एंबुलेंस की सेवा चल रही है।
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जब से शहर में एंबुलेंस सेवा 108 का प्रारंभ हुआ है तब से इनकी जिम्मेदारी कुछ हद तक कम हुई है, लेकिन इसमें भी वे समाजसेवा करने में जुट गए, तथा इन खाली समय में वे शहर में पड़ी अज्ञात लाशों शमशान स्थान पहुंचा कर उनका अंतिम संस्कार भी किया।
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यह कार्य उन्होंने 2001 में शुरू किया था, तथा अब तक कर रहे है, पिछले 20 सालो में वे 6000 से अभी अधिक को मुफ्त में हॉस्पिटल पहुंचा चुके है।
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