After the Floods, Time to build back: 18 की मौत की आधिकारिक पुष्टि, हजारों करोड़ों की संपति नष्ट
By Rohit on August 6, 2021
जल उतरने के बाद का हाल
ग्वालियर न्यूज, ग्वालियर डायरीज: अंचल में आई भीषण बाढ़ ने करोड़ों की संपति नष्ट कर दी साथ कईयों को अपने जान से हाथ धोना पड़ा, आधिकारिक रूप से मरने वालो की संख्या 18 है लेकिन यह और भी बढ़ सकती है। चंबल अब भी उफाने मार रहा है और खतरे के निशान से ऊपर ही बह रहा है, हालाकि इसके जलस्तर में पहले के मुकाबले कमी आई है। प्रशासन ने मुरैना और भिंड में अलर्ट घोषित कर, सारे रेस्क्यू टीम को इन दोनो जिलों में डिप्लॉय किया है। प्रशासन के द्वारा वायु से एयरफोर्स अपने हेलीकॉप्टर के मदद से रेस्क्यू पर लगी है तो वही पर NDRF तथा अन्य रेस्क्यू टीम जमीन (बाढ़ में डूबी हुई जगह भी; जलमग्न इलाके) और पानी में बोंटो के मदद में लगी है। राहत देने वालीं खबर यह है की सिंध, पार्वती, नोन व कूनो में पानी उतर गया है जिसके फलस्वरूप ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी और श्योपुर में रेस्क्यू कार्य को बंद कर दिया गया है लेकिन वहा फिर से स्थिति सामान्य होना एक बहुत बड़ी चुनौती है, यहां बाढ़ के बाद का दृश्य काफी डरावना है।
बाढ़ का पानी गांव में
चंबल संभाला तब क्वारी नदी आई आपने उफान में
पहले सिंध फिर चंबल और अब क्वारी नदी अपने उफान में आने से भिंड-मुरैना जिले में फिर से बाढ़ आ गई। क्वारी नदी के आसपास बने बसे गांव क्वारी के पानी में डूब गए है और प्रशासन ने गांव खाली करने को बोला है ।
• 800 MM बारिश सिर्फ पिछले 4 दिनों में हुई है इसके बाद भी आगे और भी अति से भी अति बारिश की चेतावनी जारी की जा चुकी है ।
• बहुत ही बड़ी पैमाने में फसलें नष्ट हो चुकी है जिसका मुवाजवा के लिए निरीक्षण करना बाकी है ।
• सरकारी संपति को भी खामियाजा उठाना पड़ा है, सड़के, पूल, संचार और बिजली उपकरण, सब कुछ बाढ़ में बह गए।
• अब तक 4000 से ज्यादा मकाने और घर बाढ़ के पानी में बह चुकी है।
• अब तक 18 लोगो की मौत हो चुकी है जिसमे शिवपुरी की 11, ग्वालियर की 5 लोग शामिल है।
• राहत शिविर में रह रहे लोग को अपने घर में फिर से पहुंचना कठिन होगा आखिरकार उनके घर और सारे सामान या तो बाढ़ में बह गए या फिर दुबारा उपयोग करने लायक बचे नही।
वर्तमान स्थिति में क्या हाल है नदियों का ?
नदियों का हाल
पिछले दिन कहा कितनी बारिश हुई ?
बारिश पिछले 24 घंटो मेंबचाओ कार्य में जुटी राहत टीम
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