ग्वालियर न्यूज, ग्वालियर डायरीज: प्रदेश में आए भयंकर बाढ़ के बाद, बाढ़ पीड़ित इलाको मे CM, पूर्व सीएम, केंद्रीय मंत्री, प्रभारी मंत्री और विधायक गस्त कर चुके है और बाढ़ पीड़ितो को आर्थिक मदद की सांत्वना भी चुके है।
इसी मदद का इंतजार डबरा-भितरवार के लोग पिछले 20 दिनो से कर रहे है लेकिन अब तक कुछ भी न हो सका है। अगस्त के पहले हफ्ते सिंध नदी में बाढ़ आने के कारण डबरा-भितरवार के 46 गांव को भारी नुकसान हुआ था और यहां पर रहने वाले लोगो का सब कुछ बर्बाद हो गया था, इस के कारण हजारों लोग अपने घर छोड़ने पर विवश हो गए , बाढ़ के पानी ने लोगो के घर को बहा कर ले गए, एक आंकड़े के अनुसार लगभग 3000 से भी अधिक घर बाढ़ के पानी में बह गए, और जो इन बाढ़ के पानी में बह जाने से बच गए, वो रहने लायक बचे ही नही, लोग अब तिरपाल बांध कर तंबू लगाकर रहने को मजबूर है। कईयों ने तो हाईवे पर ही तिरपाल और तंबू लगाकर रह रहे है।
इस पूरे घटनाक्रम को हुए लगभग 20 दिन हो गए है, और इन बाढ़ प्रभावित लोगो की स्थिति अब तक पहले को तरह सामान्य होते बिल्कुल भी नजर नही आ रही है। हालांकि भितरवार के कुछ चुनिंदा गावो में 6 हजार की आर्थिक सहायता दी गई है।
यह भी पढ़े:
- Govt Employees: सितंबर से बढ़ेगी केंद्र सरकार के कर्मचारियों की सैलरी
- Afghanistan ??: कैसे Pakistan ने Afghanistan में Taliban को सत्ता में आने में मदद की?
इन लोगो के मुताबिक पिछले 20 दिनों में इनके पास मुख्य मंत्री, केंद्रीय मंत्री से लेकर पूर्व मंत्री भी आ कर आर्थिक मदद का दिलासा दिला चुके है लेकिन जब बात करने की हुए तो अब तक किसी ने कुछ किया ही नहीं। इन्हे मदद के नाम पर सिर्फ आटा और चावल ही मिला, हालात यह है की लोग अब भी बिना माथे पर छत के खुले आकाश के नीचे रहने को विवश है।
पटवारी संघ का हड़ताल बन रहा है सर्वे में बाधा
पटवारी संघ के चल रहे हड़ताल के वजह से सर्वे का कार्य में काफ़ी रुकावटों का सामना करना पड़ रहा है, इन इलाको में अब भी सर्वे का काम होना बाकी है। कमिश्नर आशीष सक्सेना अपनी तरह से पूरी कोशिश कर रहे है की जल्द से जल्द इन लोगो को राहत पहुंचाई जा सके। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने भी जल्द से जल्द आर्थिक सहायता दिलाने के लिए अपनी तरह से हर संभव प्रयास में जुटे है।
Be First to Comment