ग्वालियर न्यूज, ग्वालियर डायरीज: ग्वालियर चंबल अंचल में लगातार तीन दिन से हो रही बारिश के कारण कई इलाकों में जल भराव की समस्या उत्पन्न हो गई, चक्रवात के बाद शुरू हुए बारिश के वजह से कई सड़के तो धसी ही लेकिन डबरा की नोन नदी अब अपने रौद्र रूप में है। साथ ही छीमक और बेरखेड़ा के रपटे का हाल भी कुछ ऐसा ही है और यह दोनो लगभग 3 फीट ऊपर ही बह रही है।
इन नदियों में आई उफान का परिणाम यह हुआ की आसपास के 12 गावों में अब लोगो के आने जाने में मुस्किले खड़ी हो गई है हालांकि प्रशासन यह दावा कर रहा है की उसने हालत पर अपनी पैनी नजर बनाई रखी है। प्रशासन लोगो को अपनी जान पर खेल कर रपटा क्रॉस करने से रोकने में सक्षम रही।
बाकी शहरों में भी अब जल भराव की समस्या उत्पन्न होने से लोगो को सामान्य दिन चर्या के काम करने में भी काफी कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ।गांधी नगर, रेलवे कॉलोनी, मुरार तिकोनिया, लश्कर रॉक्सीपुल के निचले भाग में पानी भर जाने पर प्रशासन की ओर से फायरब्रिगेड ने मोर्चा संभाला और दिन भर पानी निकलने की कोशिश की।
अच्छी बात यह रही की बारिश के कारण तापमान में गिरावट देखी गई और यह गिरावट लगभग 2.4° तक देखा गया। श्योपुर, मुरैना, शिवपुरी और भिंड में भी ग्वालियर की तरह ही लगातार बारिश हो रहीं है।
बुधवार को ग्वालियर अंचल में लगभग 23MM बारिश हुई, जिसके साथ ही कुल बारिश का आंकड़ा 279MM पर जा पंहुचा, लेकिन फिर भी यह जुलाई के महीने में होने वाली बारिश के कोटे पर नही पहुंच पाई।
मौसम विभाग की माने तो अगले दो दिनों तक मध्यम बारिश होंने की उम्मीद है। बंगाल की खाड़ी में 29 जुलाई को एक नया सिस्टम बनने के आसार है जिसके वजह से 30 जुलाई से 4 अगस्त के बीच काफी तेज बारिश हो सकती है।
और भी पढ़े:
Be First to Comment