ग्वालियर न्यूज, ग्वालियर डायरीज: भारी बारिश के बाद आई बाढ़ ने ग्वालियर चंबल अंचल को आसिंक रूप से डूबा दिया था, वर्तमान स्थिति का बात करे तो नदियों का जलस्तर में गिरावट आई थी, शिवपुरी, दतिया, श्योपुर में बाढ़ से कुछ हद तक रिलीफ मिलना शुरू ही हुआ था लेकिन एक बार फिर चंबल में जल स्तर बढ़ने से लोगो में फिर से बाढ़ का खौफ है।
कितनी खतरनाक हुई चंबल ?
चंबल भिंड के आसपास करीब 2 मीटर से भी ज्यादा तथा मुरैना में लगभग 5 मीटर से भी ज्यादा खतरे की रेखा से ऊपर बह रहा है, यह कमने का नाम भी नही ले रहा है साथ ही नदियों का जलस्तर और बढ़ रहा है जिससे नदी के आसपास रह रहे लोग कभी भी बाढ़ के चपेट में आ सकते है। प्रशासन ने उससे संज्ञान लेते हुए मुरैना-भिंड में मौजूद करीब 35 गांव को खाली करा कर, वहा के लोगो को राहत शिविर में भेज दी है। उधर मौसम विभाग के तरफ से आई जानकारी के अनुसार अगले 24 घंटो में श्योपुर-शिवपुरी, अशोकनगर-गुना इलाकों में अति से अति भारी वर्षा हो सकती है।
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लगभग 1200 से अभी अधिक गांव ग्वालियर चंबल अंचल में ऐसे है जो पूरी तरह से बाढ़ आई चपेट में आ चुकी है, यहां पर राहत दल के लोग युद्ध स्तर पर लोगो को बचाने का काम कर रहे है और फिलहाल अभी तक 8000 से भी अधिक लोगो को यहां से सुरक्षित निकाले जा चुके है लेकिन अब भी वहा पर 2000 लोग के आसपास फसे हुए है जिसे निकलने के लिए बचाओ दल अब भी लगे हुए है। जिन 8000 लोगो को बचाया गया है उनमें श्योपुर के 32 गांवों से 1500 लोग, शिवपुरी के 90 गांवों से 2000, दतिया, ग्वालियर, मुरैना, भिंड के 240 गांवों से 6000 लोग शामिल है।
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