ग्वालियर न्यूज, ग्वालियर डायरीज: प्रशासन ने कोविड के दूसरे लहर को हल्के में लिया था जिसका खामियाजा सबको भुगतना पड़ा, यहां तक कि आम लोग भी कोरोना को हलके में ले रहे है, जब कोविड महामारी की शुरुवात हुई थी तब सबके मन में इसके लिए डर था लेकिन जैसे जैसे समय बीत ता गया लोगो के मन से इसका डर भी जाने लगा, प्रशासन से भी यही गलती हुई थी दूसरी लहर के दौरान। अब बात आई है तीसरी लहर की, कुछ दिनों की बात है फिर तीसरी लहर की शुरुवात हो जायेगी, देश में अभी से कोरोना के मामले में उछाल आना शुरू हो गया है, कईयों का यह दावा है की कोरोना की तीसरी लहर की शुरुवात हो भी चुकी है।
मात्र 3500 बेड ही थे दूसरी लहर में
जब दूसरी लहर ग्वालियर पहुंची, उस समय शहर में केवल 3500 बेड ही उपलब्ध थे, सरकारी और निजी हॉस्पिटल को मिला कर, जिसमे ऑक्सीजन और बिना ऑक्सीजन दोनो तरह के बेड शामिल है। दूसरी लहर में वायरस का वेरिएंट इतना तेज़ी से फैला की किसी को कुछ समझ नही है और उसका सीधा असर स्वास्थ्य व्यवस्था पर पड़ा और वो बिल्कुल तास के पत्तो की तरह बिखर गया। अब प्रशासन अपनी पहले को भूल को सुधार कर कुल 10000 बेड की व्यवस्था करने जा रहा है ताकि तीसरी लहर से डट कर सामना किया जा सके।
बात करे ऑक्सीजन बेड की अब सिर्फ सरकारी हॉस्पिटल में ऑक्सीजन बेड की संख्या दोगुना से भी ज्यादा कर इसे 2000 तक करने का काम शुरू दिया गया है, और प्रशासन की माने तो यह तीसरी लहर के आने से पहले यह बन कर तैयार हो जाएगा। इसके साथ ही निजी हॉस्पिटलों ने भी अपनी तैयारी में जुटी हुई है , नर्सिंग कॉलेज के हॉस्पिटल में भी ऑक्सीजन की बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है और वर्तमान समय में इसकी संख्या 2100 तक पहुंच गई है जो पहले की मुकाबले काफी अधिक है। साथ ही नर्सिंग स्टाफ की भी भर्ती की जा रही है।
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