भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है और आज देश में 4 लाख से अधिक नए केस हर दिन मिल रहे हैं। “लॉकडाउन” (lockdown) शब्द कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर एक बार फिर चर्चा में आ गया है।

तो क्या है सच्चाई चलिए जानते हैं कि भारत में आखिर लॉकडाउन को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इन ई-पोस्ट की क्या सच्चाई है।
इस वायरल हो रहे इ -पोस्ट में पीएम मोदी के बयान के हवाले से दावा किया जा रहा है कि इस फैसले से भारत देश के सभी राज्यों ने कंप्लीट लॉकडाउन को लेकर सहमति जताई है।
सोशल मीडिया पर साझा किए जा रहे वीडियो में दावा किया जा रहा है कि नाक में नींबू का रस डालने से #कोरोनावायरस तुरंत ही खत्म हो जाएगा#PIBFactCheck:- वीडियो में किया गया दावा #फर्जी है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि नाक में नीबू का रस डालने से #Covid19 को खत्म किया जा सकता है pic.twitter.com/cXpqzk0dCK
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) May 1, 2021
मगर जब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इ -पोस्ट की पड़ताल की गई तो यह पूरी तरह से फेक निकला। पीआईबी (PIB ) की फैक्ट चेक टीम ने इस दावे को फेक बताया है और कहा है कि भारत सरकार की ओर से ऐसी कोई ऐलान नहीं किया गया है ।
इसके सिवाय, काफी पहले पीएम नरेंद्र मोदी बिल्कुल साफ कह चुके हैं कि वह भारत में लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने राज्यों से भी कहा था कि लॉकडाउन का इस्तेमाल सिर्फ अंतिम विकल्प के रूप में ही करें।
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